सच कहूँ तो मुझे एहसान बुरा लगता है, जुल्म सहता हुआ इंसान बुरा लगता है, एक दिन ठहरे तो मेहमान बुरा लगता है।कितनी मसरुक हो गयी है ये दुनिया,
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