Header Ads

Header ADS

Happy Independence Day | Independence Day Shayari



یوم آزادی شایری: ہفتہ کو 74  (یوم آزادی) منایا جا رہا ہے۔ 15 اگست کی تیاریاں ملک بھر میں زور شور سے جاری ہیں۔ یوم آزادی (یوم آزادی 2020) یا 15 اگست کا دن 1947 میں ہندوستان کو انگریزی سے آزادی ملی تھی اورملک کے پہلےوزیر اعظم جواہر لال نہرو نے لال قعلہ کی فصیل سےترنگا جھنڈا لہرایا تھا۔ یوم آزادی پر بالی ووڈ میں جہاں ان گنت گانے دئے ہیں وہیں اس موقعہ پر شاعری بھی پیش کی ہے۔ جسے اس موقعہ پرشئیرکیا جاسکتا ہے اور ووٹسائپ میسیج کے طور پر بھی شئیر کیا جاسکتا ہے۔ 
یوم آزادی (یوم آزادی شاعری) کے موقع پراردو کی بہترین شاعری آزادی کے معنوں میں استعمال کیاگیا ہے۔

Independence Day Shayari: शनिवार को 74वां स्वतंत्रता दिवस (Independence Day) मनाया जा रहा है. 15 अगस्त (15 August) की तैयारियां देशभर में जोर-शोर से चल रही हैं. स्वतंत्रता दिवस (Independence Day 2020) या 15 अगस्त के दिन 1947 में भारत को अंग्रेजी शासन से आजादी मिली थी और देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने लाल किले की प्राचीर से तिरंगा लहराया था. स्वतंत्रता दिवस के ऊपर बॉलीवुड में जहां कई गानें हैं तो वहीं इस मौके के लिए शानदार शायरी भी है. जिसमें इस मौके पर शेयर किया जा सकता है और व्हॉट्सऐप मैसेज के तौर पर शेयर भी किया जा सकता है. स्वतंत्रता दिवस (Independence Day Shayari) के मौके पर उर्दू की बेहतरीन शायरी. आजादी की शायरी (Azadi Ki Shayari) में आजादी और आजादी के मायनों को पिरोया गया है. 

Independence Day Poetry: 74 (Independence Day) is being celebrated on Saturday. Preparations for August 15 are in full swing across the country. Independence Day (Independence Day 2020) or August 15, 1947 India gained independence from the British and the country's first Prime Minister Jawaharlal Nehru hoisted the tricolor flag from the walls of the Red Fort. While countless songs have been sung in Bollywood on Independence Day, poetry has also been presented on this occasion. Which can be shared on this occasion and can also be shared as a WhatsApp message.

On the occasion of Independence Day (Independence Day Poetry), the best Urdu poetry has been used in the sense of freedom.

!!!INDEPENDENCE DAY SPECIAL!!! -
Gandhi Ji ka Vrath || By Mohammad Nasir


सरफ़रोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है 
देखना है ज़ोर कितना बाज़ू-ए-क़ातिल में है 
बिस्मिल अज़ीमाबादी

इसी जगह इसी दिन तो हुआ था ये एलान 
अँधेरे हार गए ज़िंदाबाद हिन्दोस्तान 
जावेद अख़्तर
दिल से निकलेगी न मर कर भी वतन की उल्फ़त 
मेरी मिट्टी से भी ख़ुशबू-ए-वफ़ा आएगी 
लाल चन्द फ़लक

कस ली है कमर अब तो, कुछ करके दिखाएंगे,
आज़ाद ही हो लेंगे, या सर ही कटा देंगे।

शहीद अशफाक उल्ला खां 

उस मुल्क की सरहद को कोई छू नहीं सकता 

जिस मुल्क की सरहद की निगहबान हैं आँखें 

अज्ञात

हम भी तिरे बेटे हैं ज़रा देख हमें भी 
ऐ ख़ाक-ए-वतन तुझ से शिकायत नहीं करते 
खुर्शीद अकबर

भारत के ऐ सपूतो हिम्मत दिखाए जाओ 
दुनिया के दिल पे अपना सिक्का बिठाए जाओ 
लाल चन्द फ़लक

भारत के ऐ सपूतो हिम्मत दिखाए जाओ 
दुनिया के दिल पे अपना सिक्का बिठाए जाओ 
लाल चन्द फ़लक

कहाँ हैं आज वो शम-ए-वतन के परवाने 
बने हैं आज हक़ीक़त उन्हीं के अफ़्साने 
सिराज लखनवी

ऐ ख़ाक-ए-वतन अब तो वफ़ाओं का सिला दे 
मैं टूटती साँसों की फ़सीलों पे खड़ा हूँ 
जावेद अकरम फ़ारूक़ी

ऐ ख़ाक-ए-वतन अब तो वफ़ाओं का सिला दे 
मैं टूटती साँसों की फ़सीलों पे खड़ा हूँ 
जावेद अकरम फ़ारूक़ी

कहाँ हैं आज वो शम-ए-वतन के परवाने 
बने हैं आज हक़ीक़त उन्हीं के अफ़्साने 
सिराज लखनवी



No comments

Powered by Blogger.